सराफा कारोबारी हत्या काण्ड :दो सगे भाइयों  ने साथी साथ दिया वारदात को अंजाम,दो गिरफ्तार,एक फरार

कोरबा। सराफा कारोबारी गोपाल राय सोनी की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि उसके घर से सामानों की चोरी करने के चक्कर में इस वारदात को अंजाम दिया गया। कहा गया कि आरोपियों ने कुछ सामान सबूत मिटाने के इरादे से फेंक दिए जबकि कुछ बरामद हुए हैं।


बिलासपुर के पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने स्थानीय पुलिस सभागार में मीडिया से बातचीत करते हुए इस बारे में जानकारी दी। बताया गया कि 6 जनवरी की रात गोपाल राय सोनी की हत्या कर दी गई थी। इस ब्लाइंड मर्डर में शामिल आरोपियों की खोज के लिए 70 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमें जुटाई गई। कई स्तर पर जांच की गई।

पुलिस का कहना है कि इस सनसनीखेज हत्याकांड को किसी और ने नहीं बल्कि नए एवं पुराने ड्राइवर ने एक अन्य साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया था। अंत्येष्टि से लेकर अन्य कार्यों में भी वह शामिल होता रहा। पुलिस ने वारदात में शामिल तीन में से दो आरोपियों आकाश गोस्वामी व मोहन मिंज को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुराना ड्राइवर सूरज फरार है जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

पुलिस ने बताया कि जांच प्रक्रिया में उसने कुछ सीसीटीवी फुटेज खंगाले। दो संदिग्ध दिखे जो 7.36 बजे पैदल दीवार फांदकर अंदर घुसे और फिर निकले नहीं। बाद में 10.59 बजे घर से कार में निकलते दिखे लोगों का हुलिया इनसे मिला। कार की तलाश के दौरान परसाभाठा बालको मार्ग में गाड़ी दिखी जो रिस्दा बस्ती से बरामद हुई। फिर इस रास्ते 360 ष्ष्ह्ल1 फुटेज को बारीकी से खंगालकर गाड़ी के रूट का पता लगाया। 10.01 से 10.22 बजे के बीच में उक्त कार के आने का रूट पता चला। इस बीच यह भी पता चला कि गाड़ी की पार्किंग तक खून की बून्द दिखी जिससे आरोपी के घायल होने का पता चला। मैनुवल पड़ताल में मोहन मिंज के चोटिल होने का पता चला। उसे हिरासत में लेने पर खुलासा हुआ।

चालक सूरज गोस्वामी पूर्व् चालक था और आकाश गोस्वामी वर्तमान चालक था। सूरज कर्ज में था। सूरज को पता था कि ज्वेलरी लेकर आते हैं। दुकान में चोरी की प्लानिंग थी, दुकान की चाबी सूटकेश में रहती थी। घटना की प्लानिंग 25 दिसम्बर को की गई थी। सूरज व आकाश दोनों भाई ने मिलकर योजना बनाई व मोहन मिंज आदतन बदमाश को शामिल किया। इनको पता था कि पुत्र नचिकेता वर्क फ्रॉम होम रहता था लेकिन रविवार को शाम को दुकान जाता है। घटना दिनांक की रात घर के पास खंडहर नुमा मकान में पहले से छिपे थे। जैसे ही गोपाल राय को चालक ने घर मे छोड़ा और नचिकेता दुकान गया तो तीनों घर मे दीवार फांदकर घुसे। उस समय गोपाल राय पत्नी के कमरे में थे कि आरोपी अलग-अलग छिप गए। एक आरोपी सूरज घर के परिसर में मंदिर में छिप गया था जहां पहुंचे गोपाल राय ने सूरज को देख लिया।