
कोरबा : आपने खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली कहावत सुनी होगी यह कहावत सही साबित हुई जब नर कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस की टीम फॉरेंसिक एक्सपर्ट और वन कर्मियों के साथ बालको बेला के समीप दो पहाड़ियों को पार कर दुर्गम क्षेत्र में स्थित कर खेत नाला के समीप पहुंची निरीक्षण के दौरान मौके पर कंकाल तो मिले लेकिन कंकाल लंगूर के थे जिसमें जंगलगा हुआ एक तीर भी था। आशंका जताई जा रही है कि तीर लगने से लंगूर की मौत हुई होगी हालांकि कंकाल की फोरेंसिक जांच के बाद ही मामले का खुलासा होगा।कोरबा वन मंडल में 2 दिन पूर्व संस्था के सदस्य सर्वे के लिए कोरबा विकासखंड के ग्राम पंचायत बेल के समीप स्थित पहाड़ियों में पहुंची थी टीम की नजर सर्वे के दौरान पहाड़ी की तलहटी में कंकाल पर पड़ी टीम के सदस्यों ने करीब जाकर देखा तो कंकाल देखने से किसी मानव का प्रतीत हो रहा था कंकाल के बीच एक जंग लगा हुआ हथियार भी था जिसकी सूचना बालको पुलिस को दे दी गई।
घने जंगल के भीतर नर कंकाल मिलने की सूचना पर पुलिस के कान खड़े हो गए और आला अफसर की निर्देश पर बालको थाना प्रभारी अभिनव कांत सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम सीन ऑफ क्राइम के वैज्ञानिक अधिकारी डॉक्टर सत्यजीत कोसरिया और उसकी टीम वन हमले के साथ बेल के समीप दो पहाड़ियों को पार कर दुर्गम क्षेत्र काफी मशक्कत के बाद पहुंची।पुलिस आर्डर फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम कंकाल की बारीकी से निरीक्षण किया इस दौरान पता चला कि वह नर कंकाल नहीं बल्कि लंगूर का होने की बात सामने कंकाल के पास ही एक हथियार भी था जो जंग लगा हुआ था जिससे आशंका लगाई जा रही है कि लंगूर की मौत की लगने से हुई होगी चुकी दुर्गम इलाके में होने के कारण लोगों की आवाजाही नहीं होती लिहाजा कंकाल के संबंध में किसी को जानकारी नहीं मिला बहरहाल पुलिस तथा पूरी टीम मौके पर से वापस लौट आई है।