कोरबा : आइपीएल क्रिकेट में सट्टा लगाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। सबसे पहले एक स्थानीय सटोरिया पुलिस के हाथ चढ़ा। जांच के दौरान संपर्क जोड़ते हुए पुलिस गोवा तक जा पहुंची और यहां से सात सटोरियों को पुलिस गिरफ्तार कर कोरबा ले आई। इनमें छत्तीसगढ़ के चार, महाराष्ट्र के दो एवं हरियाणा का एक आरोपित रहने वाला है। आरोपितों के तार महादेव एप से जुड़े होने की पुष्टि हुई है।
पिछले दिनों सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस ने डीडीएम स्कूल के पास सार्वजनिक स्थान पर प्रतीक विधवानी को हिरासत में लिया था। उसे आइपीएल में आनलाइन सट्टा खिलाते रंगे हाथ पुलिस ने पकड़ा। उसके कब्जे से मोबाइल फोन जब्त किया गया। जांच के दौरान मोबाइल में कई बैंकों के खाते एवं वाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों से पैसे का लेनदेन की जानकारी सामने आई। वह मोबाइल से ही क्रिकेट पर आनलाइन सट्टा खिलाया करता था। साइबर सेल टीम ने उसके वाट्सअप एवं बैंक खातों का अध्ययन किया। इसमें कई अलग-अलग बैंक खातों में 1.70 करोड रुपए का ट्रांजैक्शन मिला। गिरफ्तार सटोरी से पूछताछ पर पता चला कि उसके संगठित गिरोह के साथी गोवा में बैठकर महादेव एप पैनल के माध्यम से सट्टा का नेटवर्क चला रहा हैं।
इस सूचना के बाद पुलिस की टीम गोवा पहुंच कर वहां की पुलिस की मदद से आरोपित मनीष उदाषी 36 साल निवासी कटोरा तालाब गली नंबर तीन थाना सिविल लाइन रायपुर, सौरभ नरेश मनुज 22 साल निवासी दयाल नगर सिंधी मोहल्ला वर्धा थाना बाजार चौक जिला वर्धा महाराष्ट्र, मधुर सेवल वलेचा 22 साल निवासी महादेव घाट रोड सत्य विहार कालोनी रायपुर, नारायण कुमार निषाद 23 साल निवासी पार्वती नगर गांधीनगर मुर्रा भट्टी थाना गुढ़ियारी रायपुर, कुलदीप सिंह 22 साल निवासी ग्राम बहू थाना व पोस्ट भट्टू जिला फतेहबाद, हरियाणा, टिकेंद्र मांडवी 25 वर्ष निवासी पाटन ग्राम बाहरडीह थाना उतई जिला दुर्ग, हाल मुकाम ग्राम बोरसी दुर्ग तथा दिनेश दीलीप वासवानी 30 वर्ष पता तुलसी नगर जरी पटका जिला नागपुर महाराष्ट्र को गिरफ्तार कर कोरबा ले आई। सभी के खिलाफ थाना कोतवाली में जुआ सट्टा अधिनियम के साथ आइटी एक्ट की भी कार्रवाई की है। धोखाधड़ी का भी अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
पुलिस ने ऐसे की रेंकी, तो मिली सफलता
नगर पुलिस अधीक्षक दर्री रविंद्र कुमार मीना की अगुवाई में टीम बनाकर गोवा रवाना किया गया। टीम वहां पहुंच कर सटोरियों की पतासाजी की, तो गोवा के जयराम नगर उनिया सण्डेंस बिल्डिंग के पास एक अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर सी 406 में रहकर सट्टा खिलाने की जानकारी मिली। तब टीम ने अपार्टमेंट की रेकी कर प्रत्येक व्यक्ति के बारे में जानकारी प्राप्त करने के बाद दबिश दी।
इस दौरान फ्लैट में चार आरोपित मिले। जो लैपटाप एवं मोबाइल फोन से सेटअप तैयार कर आनलाइन सट्टा खेला रहे थे। पूछताछ में उन्होंने महादेव एम-100 आइडी पैनल के माध्यम से आन लाइन सट्टा का संचालन करने का अपराध स्वीकार किया। उनके निशानदेही पर एक अन्य गिरोह के तीन सटोरियों को जयराम नगर एमवीवीआर बिल्डिंग के अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर बी 106 से पकड़ा।
100 करोड का मिला लेन देन, 30 लाख कराए होल्ड
गिरफ्तार सातों आरोपितों से पुलिस ने सट्टा संचालन में प्रयुक्त 13 लैपटाप, 48 मोबाइल फोन कुल कीमत 25 लाख रुपए तथा 26 विभिन्न बैंकों के पास बुक, 14 विभिन्न बैंकों के चेक एवं 40 एटीएम कार्ड जब्त किया। जांच के दौरान अलग-अलग बैंकों के कुल 84 खातों के 30 लाख रुपए को होल्ड व फ्रिज कराया गया। उन बैंक खातों में लगभग 100 करोड़ से अधिक का लेनदेन होना पाया गया है।
बैंक खाता किराए पर देने चार अन्य भी फंसे
जांच के दौरान पुलिस की जानकारी मिली कि कोरबा जिले के कुछ लोगो द्वारा किराए पर बैंक खातें सटोरियों को उपलब्ध कराया गया था। इनमें चार लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 के धारा 08 के तहत कार्रवाई की। खातेदारों में विजय धारी 34 वर्ष निवासी पुरानी बस्ती धनवार पारा, आदित्य प्रसाद खैरवार 19 वर्ष निवासी सलियाभाठा करतला, मुन्ना खान पिता 47 वर्ष निवासी सीतामणी कोरबा, मनीष पाहुजा 34 वर्ष निवासी शांतिनगर मुड़ापार शामिल हैं।