एसईसीएल पुनर्वास विवाद: कलेक्टर ने जतराज में लिया जायजा, बिना सुविधाओं के विस्थापन पर रोक

कोरबा, 6 जून 2025: कोरबा में एसईसीएल की कोयला परियोजनाओं के विस्तार के लिए गांवों के अधिग्रहण को लेकर ग्रामीणों और प्रबंधन के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि एसईसीएल बिना उचित पुनर्वास और सुविधाओं के विस्तार के उन्हें जबरन बेदखल कर रहा है। उचित मुआवजे, नौकरी और पुनर्वास की मांग के बीच कई ग्रामीण बेघर हो गए हैं, क्योंकि उनके घर तोड़े जा रहे हैं। इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने शुक्रवार को प्रभावित ग्राम जतराज का दौरा किया और एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र द्वारा तैयार किए जा रहे पुनर्वास एवं पुनर्स्थापना स्थल का निरीक्षण किया।

कलेक्टर ने अधिकारियों से पुनर्वास स्थल पर अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली और सख्त निर्देश दिए कि जब तक चंद्रनगर (जतराज) के लिए पुनर्वास स्थल पूरी तरह तैयार नहीं हो जाता, तब तक विस्थापन की प्रक्रिया शुरू नहीं की जाए। उन्होंने परिसंपत्तियों के मापन का कार्य जारी रखने का आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) रोहित सिंह, कटघोरा और क्षेत्रीय महाप्रबंधक, कुसमुंडा क्षेत्र भी मौजूद थे।

कलेक्टर ने पुनर्वास स्थल पर योजना के तहत बनाए जा रहे प्लॉट्स और कार्यों के अतिरिक्त दो सात मीटर चौड़े शाखा मार्ग बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी को छत्तीसगढ़ शासन के विद्युत विभाग से बिजली की अग्रिम और बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा नगर निगम से सीवरेज उपचार संयंत्र की स्थापना के लिए चर्चा करने को कहा। इसके अलावा, उन्होंने सामुदायिक भवनों, आंगनबाड़ी स्थल के पास पार्क, और विद्यालय के लिए खेल मैदान के निर्माण के लिए भी निर्देश जारी किए।

ग्रामीणों की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि पुनर्वास स्थल पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि प्रभावित परिवारों को बिना किसी असुविधा के बसाया जा सके। इस कदम से ग्रामीणों को राहत मिलने की उम्मीद है, जो लंबे समय से पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।