कोरबा में आकाशीय बिजली का कहर, 15 बकरियों और एक किशोर की मौत

कोरबा में मंगलवार की सुबह से मौसम ने करवट ली, जहां काली घटाओं और तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली ने जमकर कहर बरपाया। इस प्राकृतिक आपदा के कारण शहर और आसपास के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। छुईडोडा सोलवा गांव में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक पेड़ के नीचे खड़ी 15 बकरियों की मौत हो गई। वहीं, दोपहर में कोरबा शहर से सटे गोढ़ी गांव में 15 वर्षीय किशोर मयंक कर्ष की आकाशीय बिजली गिरने से दर्दनाक मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार, मयंक अपने दोस्तों के साथ गांव से करीब एक किलोमीटर दूर आटा चक्की पर चावल पिसाने गया था। वापसी के दौरान अचानक मौसम बिगड़ गया और आकाशीय बिजली चमकने लगी। इसी दौरान मयंक बिजली की चपेट में आ गया और बुरी तरह झुलस गया। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। मयंक के दोस्त डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। कुछ देर बाद बच्चों ने इसकी सूचना मयंक के परिवार को दी। परिजनों ने तुरंत संजीवनी वाहन की मदद से उसे जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मयंक के चाचा ने बताया कि मयंक के पिता खेती-किसानी करते हैं। दो भाइयों में बड़ा मयंक कक्षा सातवीं में पढ़ता था और पढ़ाई-लिखाई में काफी होशियार था। हाल ही में उसने सातवीं कक्षा की परीक्षा पास कर आठवीं कक्षा में प्रवेश लिया था। इस घटना ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। मयंक की मां को इस हादसे की जानकारी नहीं थी और वह सोच रही थी कि उनका बेटा जल्द ही घर लौटकर रोटी खाएगा। परिजनों का जिला अस्पताल में रो-रोकर बुरा हाल था।

जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से प्राप्त मेमो के आधार पर बयान दर्ज किया गया है और मामले की आगे की जांच की जा रही है।